झूल रहे पलना ब्रह्मा विष्णु शिवज्ञानी

झूल रहे पलना ब्रह्मा विष्णु शिवज्ञानी - २

काहे का पलना बना
काहे की डोरी
हाय को जो झूला झूले
झुलाये महारानी। झूल रहे पलना....

सोने का पलना बना
रेशम की डोरी
त्रिदेव झूले झूला
झुलाये महारानी। झूल रहे पलना....

उमा, रमा, ब्रह्माणी तीनो रानी
हाय पतियों को लौटा दो
तो होगी मेहरबानी। झूल रहे पलना....

माँग मेरी खाली, मइया माँग को सजा दो
हाय नइया पार लगा दो
तो होगी मेहरबानी। झूल रहे पलना....

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