हे प्रिये मम घड़े को उठा दो, मम उठाने के काबिल नहीं है

हे प्रिये मम घड़े को उठा दो
मम उठाने के काबिल नहीं है
नहीं है, मम उठाने के काबिल नहीं है

सात दिन से अन्न नहीं खाया
पानी पी-पी के जीवन बिताया
मम उठाने के काबिल नहीं है
नहीं है, मम उठाने के काबिल नहीं है

मैं हूँ ब्रह्मा शिवजी की नौकरानी
आप भरते हो भंगी का पानी
सत डिगाने के काबिल नहीं है
नहीं है, मम उठाने के काबिल नहीं है....

मरा लाल रोहित जो तारा
जाके पनघट में लूँगी सहारा
चीर साड़ी का साड़ी से फाड़ा
सत डिगाने के काबिल नहीं है
नहीं है, मम उठाने के काबिल नहीं है....

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