भगवान तुम्हारी दुनिया में, क्यों दिल ठुकराए जाते हैं



भगवान तुम्हारी दुनिया में
क्यों दिल ठुकराए जाते हैं
क्यों चाहने वाले के अरमां
मिट्टी में मिलाये जाते हैं

होती है बुराई की पूजा
तेरी इस अंधी दुनिया में
हर एक इंशा आंसू की तरह
नजरों से गिराए जाते हैं

ऐ जीवन बगिया के मालिक
तेरी बगिया की रीत है क्या
जो फूल खिले सेहरे के लिए
अर्थी में चढ़ाये जाते हैं

तेरे बेदर्द ज़माने में
लाखों के महल आशाओं के
हर रोज बनाये जाते हैं
हर रोज गिराए जाते हैं


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