प्रह्लाद कहे सुन ले मइया, मैं राम नाम नहीं भूलूंगा

प्रह्लाद कहे सुन ले मइया
मैं राम नाम नहीं भूलूंगा ...

जब मेरे पिता ने मेरे को, ऊँचे पर्वत से फेंका था
भगवन की ऐसी महिमा थी, फूलों की सेज सजाई थी
प्रह्लाद कहे सुन ले मइया, मैं राम नाम नहीं भूलूंगा ...

जब मेरे पिता ने मेरे को, बहती जलधार में छोड़ा था
भगवन की ऐसी महिमा थी, कागज की नाव बनाई थी
प्रह्लाद कहे सुन ले मइया, मैं राम नाम नहीं भूलूंगा ...

जब मेरे पिता ने मेरे को, जलते खम्भे से बाँधा था
भगवन की ऐसी महिमा थी, नरसिंह अवतार बनाया था
प्रह्लाद कहे सुन ले मइया, मैं राम नाम नहीं भूलूंगा ... 

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